BPSC 70th Exam Controversy: छात्रों का विरोध तेज़, सरकार के लिए बढ़ी चुनौतियाँ
BPSC 70वीं परीक्षा 2024 विवादों के घेरे में आ गई है। जहां परीक्षा से पहले ही कई तरह की समस्याएं उठने लगी थीं, वहीं अब यह मुद्दा सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। छात्रों का प्रदर्शन लगातार बढ़ रहा है, और सरकार एवं प्रशासन इस विवाद को शांत करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। आइए जानते हैं कि यह पूरा विवाद क्या है और इसका असर कितना बड़ा हो सकता है।
BPSC 70th Exam: नॉर्मलाइजेशन विवाद और छात्रों का उग्र प्रदर्शन
BPSC 70वीं परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई, लेकिन परीक्षा से पहले ही नॉर्मलाइजेशन के नियमों को लेकर छात्रों में असंतोष बढ़ने लगा। जब परीक्षा के नियम सामने आए, तो छात्रों ने सड़क पर उतरकर विरोध करना शुरू कर दिया। छात्रों का कहना था कि नॉर्मलाइजेशन से उनके प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ेगा। विरोध इतना बढ़ा कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि, बिहार लोक सेवा आयोग ने सफाई दी और कहा कि परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन का कोई नियम लागू नहीं किया गया, लेकिन छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
परीक्षा के दिन पेपर लीक का आरोप
13 दिसंबर को परीक्षा के दिन पटना के एक परीक्षा केंद्र पर विवाद खड़ा हो गया। छात्रों का आरोप था कि प्रश्नपत्र का बंडल पहले से ही खुला था। इससे पेपर लीक होने की आशंका जताई गई, और छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। स्थिति और भी खराब हो गई जब एक जिला अधिकारी पर एक छात्र को थप्पड़ मारने का आरोप लगा। इस घटना ने छात्रों के गुस्से को और बढ़ा दिया, और प्रदर्शन और उग्र हो गया।
BPSC 70th Exam Controversy: गांधी मैदान में बड़ा प्रदर्शन और लाठीचार्ज
परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों ने पटना के गांधी मैदान में विशाल प्रदर्शन किया। इस आंदोलन का समर्थन जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने भी किया। उन्होंने छात्रों की आवाज़ को सरकार तक पहुंचाने के लिए “छात्र संसद” का आयोजन किया। उनका उद्देश्य था कि छात्रों की समस्याओं और मांगों को उचित मंच पर उठाया जा सके।
हालांकि, प्रशासन ने इस प्रदर्शन को अवैध करार देते हुए पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे कई छात्र घायल हो गए। इस घटना ने प्रशासन और छात्रों के बीच की खाई को और गहरा कर दिया।
BPSC 70th Exam Controversy: छात्रों की मुख्य मांगें
- BPSC 70वीं परीक्षा को रद्द किया जाए।
- परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए।
- पेपर लीक मामले की निष्पक्ष जांच हो।
- नॉर्मलाइजेशन जैसे नियमों को लागू करने से पहले स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए जाएं।
सरकार और आयोग के सामने चुनौतियाँ
यह विवाद अब सिर्फ परीक्षा से जुड़ा हुआ नहीं रहा, बल्कि यह छात्रों के भविष्य का मुद्दा बन गया है। राजनीतिक दल भी इस मामले में बयानबाजी कर रहे हैं, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ गया है। अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो यह आंदोलन राज्यव्यापी बन सकता है।